shiv chalisa in hindi Secrets
shiv chalisa in hindi Secrets
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. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते Shiv chaisa हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
Whosoever offers incense, Prasad and performs arati to Lord Shiva, with appreciate and devotion, enjoys content contentment and spiritual bliss in this world and hereafter ascends to your abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva taken out the struggling of all and grants them eternal bliss.
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
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